छठी कक्षा के छात्र अद्वैत क्षेत्री ने हवा से चलने वाली बाइक बनाकर चौंका दिया मुख्यमंत्री ने सराहना करते हुए छात्र को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया
11 वर्षीय छात्र का बड़ा कारनामा एक बड़े आविष्कार को दिया जन्म उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी ने अपने आवास पर बुलाकर की सराहना प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित ।
हररावाला के रहने वाले छठी कक्षा के छात्र अद्वैत क्षेत्री ने हवा से चलने वाली बाइक बनाकर चौंका दिया मुख्यमंत्री ने सराहना करते हुए छात्र को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और छात्र की हौसला अफजाई की ।
पूर्व मंडल अध्यक्ष श्रवण प्रधान जी ,गोरखा कल्याण परिषद के अध्यक्ष टी डी भूटिया जी, होनहार छात्र अद्वैत के पिता आदेश छेत्री जी ।
इस दुनिया में कोई ऐसा मुक़ाम या मंज़िल ऐसी नहीं है जो इंसान की पहुँच से दूर हो। बिल गेट्स, स्टीव जॉव, माइकल जैक्सन, सचिन तेंदुलकर, नेल्सन मंडेला और आज सफलता के इस मुकाम हासिल कर जुड़े अद्वैत छेत्री जितने भी सफ़ल और इतिहास बदलने वाले लोग इस दुनियाँ में हुए है, क्या आप जानते है कि इन सभी लोगो की सफ़लता का राज़ क्या है? ये सभी अलग-अलग जगहों से आकर अलग-अलग क्षेत्र में सफ़लता के नए शीर्ष स्थापित करने वाले लोग है। लेकिन इन सभी की सफ़लता के पीछे एक ही कारण रहा है, और वो ये है कि इन सभी व्यक्तियों ने कभी ये नहीं सोचा कि “मैं ये काम नहीं कर सकता।” बल्कि इन्होंने अपने मन मे ये सोच लिया था कि “इसे सिर्फ़ मैं ही कर सकता हूँ। “और “मेरा इस दुनियाँ में जन्म ही इस काम को करने के लिए हुआ है।” इनके इसी विश्वास ने इन्हें दुनियाँ के सबसे सफ़ल व्यक्तियों में से एक बना दिया और इन्होंने इसी सोच और ताकत के दम पर पूरी दुनियाँ में एक बार फिर से इस सच को साबित कर दिया कि इंसान जो भी चाहे कर सकता है, बस जरूरत है एक दृढ़ सोच की और कभी ना टूटने वाले हौसलें की।
छठी कक्षा के छात्र अद्वैत क्षेत्री ने हवा से चलने वाली बाइक बनाने को अपनी ज़िंदगी का लक्ष्य बनाया तो बिना कुछ सोचे-समझे, बिना किसी की सुने उस लक्ष्य को, उस मुक़ाम को हासिल करने के लिए पूरी शिद्दत से जुट गया और अपने मन मे ये निश्चय कर लिया की जबतक मैं इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेता तब तक मैं किसी के रोकने से भी नहीं रुकूँगा और आज छठी कक्षा के छात्र अद्वैत क्षेत्री ने अपनी मेहनत और लगन से हवा से चलने वाली बाइक बना दिया।
हर्रावाला निवासी अद्वैत क्षेत्री संत कबीर एकेडमी के कक्षा 6 के छात्र है । मात्र 11 वर्ष की उम्र में बिना कार्बन फ्यूल यानी हवा से चलने वाली मोटर साइकिल अद्वैत O2 का सफल आविष्कार किया है । मुख्यमंत्री ने अद्वैत छेत्री को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के साथ ही ऐसे प्रतिभावान छात्र को ISRO, IIT, जैसे विशिष्ट संस्थानों में प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु अनुमोदन पत्र भी प्रदान किया।
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