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Showing posts from March, 2023

गोर्खालीको चेली बेटी को आवाजमा "कस्तरि बताऊ को छू म " - गोर्खाहरुको पहिचानको एकता प्रतिबद्धता गोरखाली कविता,

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  गोर्खालीको चेली बेटी को आवाजमा "कस्तरि बताऊ को छू म "  - गोर्खाहरुको पहिचानको एकता प्रतिबद्धता गोरखाली कविता, विजेता मिस बीड्स शिमला २०२३ समृद्धि मल्ल् द्वारा"          "कस्तरि बताऊ को छू म " तिम्रो गोरखा, तपाईंको आवाजमा जिउँदैछ यो विश्व, तपाईंको वीरता, तपाईंको साहस, सबैले जान्छन् तपाईंको नाम।तपाईं हो गोरखा, तपाईं हो शूरवीर, आफ्नो देशको लागि तपाईं हो संघर्षक, आफ्नो भाषाको लागि तपाईं हो संरक्षक, गोरखाको पहिचानको लागि तपाईं हो संवेदक।तपाईंको लागि लड्ने, तपाईंको लागि मर्ने, सबैले जान्छन् तपाईंको वीरता र साहस, तपाईं हो गोरखा, तपाईं हो शूरवीर, आफ्नो पहिचानको लागि तपाईं हो संघर्षक। "कस्तरि बताऊ को छू म " तिम्रो गोरखा,  आफ्नो भाषाको लागि लड्दैछौं, गोरखाको पहिचानको लागि लड्दैछौं।तपाईं हो गोरखा, तपाईं हो शूरवीर, तपाईंको लागि हो यो संघर्ष, गोरखाको पहिचानको लागि तपाईं हो संवेदक, को छू म तिम्रो गोरखा। "कस्तरि बताऊ को छू म "" is a stirring poem that celebrates the identity and unity of the Gorkha community, by Samridhi Mall, winner of...

हर्षोल्लास के साथ गोरखा समाज ने रंग गुलाल एवं पुष्प वर्षा कर पारम्परिक रीति-रिवाज़ के साथ मनाया होली मिलन।

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  https://youtu.be/WwZE3MI4bEo हर्षोल्लास के साथ गोरखा समाज ने रंग गुलाल एवं पुष्प वर्षा कर पारम्परिक रीति-रिवाज़ के साथ मनाया होली मिलन। लखनऊ,लालबाग कंपाउंड स्थित कार्यालय पर भारतीय गोरखा सेवा समाज उत्तर प्रदेश,लखनऊ का होली मिलन समारोह रंग-उमंग के साथ पारम्परिक रिति-रिवाज के साथ मनाया गया। समारोह में उपस्थित गोरखा भाइयों-बहनों ने रंग-गुलाल उड़ा पुष्प वर्षा कर रंग बिरंगी होली खेली। साथ ही महिला-पुरुषों ने नेपाली लोक-संगीत का मनोहारी प्रदर्शन किया। उपस्थित गोरखा भाई-बहनों को अध्यक्ष वी.बी.थापा व महामंत्री जीवेश उपाध्याय ने केसरिया गुलाल का तिलक कर सबका स्वागत किया,साथ ही सब पर पुष्प वर्षा की गयी। समारोह में उपाध्यक्ष एन. बी.क्षेत्री,रमेश थापा, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी गौरव सिंह,महिला अध्यक्ष अमृता शाह,मंदिर अध्यक्ष चन्दन सिंह, बीर बहादुर बिष्ट, निशा आचार्य,दीपीका सेन खत्री, शंकर घटानी,जागृत राज थापा, नवीन शाह, नवीन थापा,शरद सिंह, शीला खड़‌का, युवराज पौडेल, सावित्री खत्री, शिवमाया थापा,डी०बी० थापा, डा. सुशीला छेत्री तथा जोशी जी इत्यादि लोगों ने होली मिलन समारोह में प्रतिभाग क...

उत्तर प्रदेश में गोरखा समुदाय को "अन्य पिछडा वर्ग" का आरक्षण प्राप्त करने हेतु मार्गदर्शन

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 उत्तर प्रदेश में गोरखा समुदाय की OBC आरक्षण की मांग। उद्देश्य:- उत्तर प्रदेश में गोरखा समुदाय को "अन्य पिछडा वर्ग" का आरक्षण प्राप्त करने हेतु।  भूमिका:- सन 1997 (१७-०८-१९९७) को तत्कालीन मुख्य मंत्री सुश्री मायावती जी द्वारा देहरादून आगमन पर गोरखा समुदाय को OBC आरक्षण की घोषणा की थी। लेकिन आगे कोई कार्यवाही नहीं हुई। ०९-०१-१९९९ को तथा ०८-०९ अक्टूबर २००१ को OBC संबंधित दस्ताबेजो के साथ ( जिसमें उत्तर प्रदेश में गोरखा समुदाय की जन संख्या, उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक तथा राजनैतिक स्थिति की जानकारी दी गई थी।) उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री जी से भेट कर OBC आरक्षण देने की मांग रखी थी। परंतु उत्तर प्रदेश से उत्तरांचल प्रदेश गठन होने पर यह विषय अधूरा रह गया।  उत्तराखंड में OBC की मांग (प्रक्रिया) :- सन २००० में उत्तराखंड की गठन पश्चात OBC की मांग पुनः जीवित हुआ। सन २००२ के दौरान तत्कालीन गोर्खाली सुधार सभा के पदाधिकारी ने उन्ही पुराने OBC मांग के दस्ताबेजो का सार संछेप बनाकर प्रदेश सरकार के सामने प्रस्तुत किया। सरकार द्वारा हमारे मांग का सर्वे कराने प्रदेश समाज कल्याण विभाग को ...

Lakpa Lama लाक्पा लामा National Commission for Minorities (NCW) अल्प संख्यक राष्ट्रिय आयोगमा सामुदायिक नेतृत्व बाट प्यनेलिस्त मनोनयन Lakpa Lama nominated Community Leader Panelist with National Commission for Minorities (NCW)

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 Lakpa Lama  nominated Community Leader Panelist with National Commission for Minorities (NCW) Guwahati , Assam March 24, 2023 :  Community Activist from Umrangso, Dima Hasao district in  Assam,  Lakpa Lama has been nominated Member of the Panel of Community Leaders of the National Commission of Minorities under the Ministry of Minorities Affairs (MoMA), Government of India. Lakpa is a dedicated grass-root social worker who is the General Secretary Incharge of North East Zone of the national social organisation of the Gorkhas in India - the Bharatiya Gorkha Parisangh (BGP). Over the two decades he has been raising community concerns before the authorities and is actively involved with grassroot organisations while leading a pan India organisation. Nicknamed 'Data Lama' for his in-depth knowledge on the subjects of community interest Lakpa is a believer of issues assertion is more important than the results of an election. He has driven Bharatiya Gorkha Parisangh...

सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी नें सीआईएससीई बैच 2022-2023 को खेलों व शिक्षा में विशिष्ट योगदान देने वालों छात्रों को किया सम्मानित

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सेंट जॉर्ज कॉलेज मसूरी में गत वर्षाे की भाँति सीआईएससीई बैच 2022-2023 को खेलों व शिक्षा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि पैट्रीशियन सोसाइटी के प्रोविंस हैड (इंडिया एंड घाना) ब्रदर जेरोम एलनस्, सेंट जॉर्ज कॉलेज के प्रधानाचार्य ब्रदर जोसेफ एम जोसेफ, सुपीरियर व स्पोर्ट्स इंचार्ज ब्रदर पीयू जॉर्ज, उप-प्रधानाचार्य ब्रदर शाजू थॉमस द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। वही छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी जिसने सभी के मन को मोह लिया।  समारोह का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मैनोराइट ऑफ द इयर अदिता जैन, स्पोर्ट्स मैन ऑफ द ईयर का पुरस्कार सिद्धार्थ चावला को मिला। आदित्य विक्रम सिंह को इंगलिश, साइकोलॉजी और बायोलॉजी, पार्थ जिंदल को कॉमर्स, लक्ष्य गुप्ता को केमिस्ट्री और कंप्यूटर साइंस, सैयद अखियर अली को ज्योग्राफी, पोलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स व अदिता जैन और क्षितिज रूंगटा को संयुक्त रूप से फिजिकल एजुकेशन में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया। छात्रों को स्पोर्टस् व सह पाठ्यक्रम गतिविधियों के लिए क्रमशः पुरस्कार दिए गए। कलरस...

गोर्खाल्याण्ड राज्यको निर्माण र गोर्खाहरूको भबिष्य ... GSDNC

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 गोर्खाल्याण्ड राज्यको निर्माण र गोर्खाहरूको भबिष्य: GSDNC को सबै राजनैतिक दलहरूलाई अनुरोध छ गोर्खाल्याण्डको मुद्दालाई राजनीतिकरण नगरौं। यो राजनैतिक मुद्दा भए तापनि यो जातिय मुद्दा हो। यो गोर्खा समुदायले गर्ने मुद्दा हो। कारण  १. 1898 मा दार्जिलिङ-तराईको settlement रिपोर्ट अनुसार, 31% गोर्खाहरू आदिवासी, राजवंशी र मुस्लिमहरूसँगै यस क्षेत्रमा बसोबास गरिरहेका थिए। 1931 मा यस क्षेत्रमा 3,19,635 गोर्खाहरूको जनसंख्या रहेको प्रमाण थियो र 1941 को जनगणनामा गोरखाहरूको जनसंख्या 3,76,369 थियो र फेरि 1951 को जनगणनामा गोरखाहरूको जनसंख्या 2,85,000 थियो।तर सन् १९५० मा यस क्षेत्रमा हिन्दू र मुस्लिमबीचको साम्प्रदायिक द्वन्द्वपछि आफ्नो ज्यानको लागि दौडिएका शरणार्थीहरूका लागि सिलगढीमा आठ भन्दा बढी शरणार्थी शिविरहरू निमार्ण गरिएको थियो जसमा बंगलादेशी शरणार्थीहरूलाई विशेष पाहुनाको रूपमा व्यवहार गरियो र पछि उनीहरूलाई बंगाल सरकारले स्थायी बसोबास गरेको थियो। यो पक्षपाती भारत सरकार र बंगालको सरकार मिलेर गोर्खा समुदाय भुभागलाई नष्ट बनाउने षड्यन्त्र भएको थियो। हामीलाई कहिल्यै पनि आफ्नो भनेर मनिएन: दुवै भ...