उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरोहितवाला ग्राम प्रधान मीनू क्षेत्री स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में होंगी सम्मानित। ग्राम पुरोहितवाला पोस्ट घंघोड़ा देहरादून जिले के सहसपुर ब्लॉक मे है
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उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरोहितवाला ग्राम प्रधान मीनू क्षेत्री स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में होंगी सम्मानित। ग्राम पुरोहितवाला पोस्ट घंघोड़ा देहरादून जिले के सहसपुर ब्लॉक मे है |
दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की उल्लेखनीय कार्य करने वाली चार महिला ग्राम प्रधानों का चयन हुआ है केंद्र सरकार द्वारा इन्हें सम्मानित किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में देशभर से पंचायतों की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है। इसके लिए हाल ही में पंचायती राज मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को महिला पंचायत प्रतिनिधियों का चयन करने के निर्देश दिए थे। राज्यों से प्राप्त नामों के आधार पर अंतिम सूची तैयार की गई है, जिसमें उत्तराखंड से चार महिला ग्राम प्रधान शामिल हैं।
पंचायतीराज मंत्रालय के मानकों के आधार पर राज्यों द्वारा चयनित अपनी पंचायत में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 150 महिला जनप्रतिनिधियों को केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को विशेष अतिथि के रूप में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
उत्तराखंड से चार महिला ग्राम प्रधान भी इस समारोह में शामिल होंगी। इनमें से दो प्रधान देहरादून जिले से और एक-एक प्रधान पौड़ी और पिथौरागढ़ से चुनी गई हैं। इन सभी को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन के लिए अपर जिला पंचायत राज अधिकारी डा. विनीता सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनकी निगरानी में सभी प्रधान 13 अगस्त को दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगी।
देहरादून जिले के सहसपुर ब्लॉक के ग्राम पुरोहितवाला पोस्ट घंघोड़ा की प्रधान मीनू क्षेत्री ने ग्राम पंचायत में गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण, घर-घर पेयजल आपूर्ति और ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन जैसे कार्य किए हैं।
सहसपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत पुरोहितवाला एक तरफ आर्मी कैंट और दूसरी तरह फॉरेस्ट से घिरा हुआ है। प्रधान मीनू छेत्री ने बताया कि राजस्व ग्राम में विकास कार्य कराने के लिए उन्हें कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है ग्राम पंचायत में गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण कराने, घर-घर पेयजल, ग्राम पंचायत में ठोस व तरल अपशिष्ट का संग्रहण करने की वजह से उन्हें यह सम्मान मिल रहा है। 2008 में पहली बार प्रधान निर्वाचित होने के बाद उन्होंने पहल करते हुए बाण गंगा नदी के बरसाती पाने के संग्रहण को चेक डेम बनाकर पानी टैंक के जरिये घरों तक पहुंचाया।
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